हमेशा हम धनतेरस पर ये सोचते हैं कि क्या नया धन लें—सोना या चाँदी, बर्तन या आभूषण।
पर अक्सर हम अपने जीवन के असली धन को धन्यवाद देना भूल जाते हैं।
असली धन तो हमारे भगवान, हमारा परिवार, हमारे शिक्षक और हमारे सच्चे दोस्त होते हैं।
धनतेरस की शुभकामनाएँ!
हमेशा हम धनतेरस पर ये सोचते हैं कि क्या नया धन लें—सोना या चाँदी, बर्तन या आभूषण।
पर अक्सर हम अपने जीवन के असली धन को धन्यवाद देना भूल जाते हैं।
असली धन तो हमारे भगवान, हमारा परिवार, हमारे शिक्षक और हमारे सच्चे दोस्त होते हैं।
धनतेरस की शुभकामनाएँ!
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